Basic terms of accounting in hindi

Table of Contents

Basic terms of accounting क्या है ?

Basic terms of accounting in hindi :- accounting के कुछ ऐसे आधारभूत terms ( शब्द ) है , जिनका प्रयोग हम accounting में प्रतिदिन करते है , इस कारण जब हम पुस्तक बनाते है तो इन सभी शब्दो का प्रयोग करते है , इसलिए हमे पुस्तक बनाने से पहले इन शब्दो का ज्ञान होना आवश्यक है , जिसके बिना हम लेखांकन को सही से नहीं कर सकते , इन शब्दो को हम accounting terminology ( लेखांकन शब्दावली ) भी कहते है।

Basic terms of accounting class 11 in hindi

  1. सम्पत्तियाँ ( Assets )
  2. दायित्व ( Liability )
  3. पूँजी ( Capital )
  4. व्यय ( Expenses )
  5. आय ( Income )
  6. खर्च ( Expenditure )
  7. आगम ( Revenue )
  8. व्यापारिक प्रापय ( Trade Receivables )
  9. व्यापारिक देताये ( Trade payables )
  10. माल ( Goods )
  11. लाभ ( Gain )
  12. लागत ( Cost )
  13. स्टॉक , रहतिया ( stock or inventory )
  14. विक्रय ( Sales )
  15. क्रय ( Purchase )
  16. हानि ( Loss )
  17. Profit ( लाभ )
  18. प्रमाणक ( Voucher )
  19. कटौती ( Discount )
  20. व्यापारिक लेन -देन ( Business Transactions )
  21. घटना ( Event )
  22. प्रविष्टि  ( Entry )
  23. आहरण ( Drawing )
  24. डूबत ऋण ( Bad Debts )
  25. दिवालिया ( Insolvent )
  26. सक्षम ( Solvent )
  27. स्टोर ( Stores )
  28. इकाई ( Entity )
  29. Turnover
  30. पसुधन ( Live stock )
  31. विनियोग ( Investments )

सम्पति ( assets )  क्या है ? Basic terms of accounting in hindi

व्यवस्याय की वो सभी वस्तु जिसपर  वयापारी का स्वामित्व होता है सम्पत्तियाँ कहलाती है ,इसमें देनदार के रुपये को भी शामिल किया जाता है , या ऐसी कोई भी वस्तु जिसके माध्यम से व्यवसाय को लाभ प्राप्त होती है ये सभी संपतिया होती है ,  Basic terms of accounting in hindi में उदहारण के लिए जैसे :- बैंक शेष और नकदी , stock , furniture , machinery , भूमि , bill receivables अदि।

Types of assets in hindi 

  1. गैर – चालू सम्पत्तियाँ ( Non – current assets )
    1. मूर्त सम्पत्तियाँ ( Tangible )
    2. अमूर्त सम्पत्तियाँ ( Intangible Assets )
  2. चालू सम्पत्तियाँ ( Current assets )
  3. खराब सम्पतियाँ

1 .  गैर – चालू सम्पत्तियाँ ( Non – Current assets ) क्या है ?

ये वो संपत्ति होती है जिनका प्रयोग उत्पादन के लिए किये जाता है और लम्बे समय के लिए इस तरह के संपत्ति को खरीदा जाता है , और इसको कभी sale नहीं  किया जाता। इसके उदहारण इस तरह है :- भूमि – भवन , furniture , मशीन आदि Basic terms of accounting in hindi

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मूर्त सम्पत्तियाँ ( Tangible Assets ) क्या है ?

मूर्त संपत्तियां वो सम्पत्ति होती है जिनको देखा और छूआ जा सकता है यानी जिनका भौतिक अस्तित्व होता है. Exmaple :- भवन, भूमि, मशीन, फर्निचर, गाड़ी, स्टॉक, जमा राशि. Basic terms of accounting in hindi

अमूर्त संपत्तियां (Intangible assets) क्या है ?

अमूर्त संपत्तियां वो सम्पति होती है जिनको हम देख और छू नहीं सकते ना ही इनका कोई भौतिक अस्तित्व होता है, जैसे :- trade marks, goodwill, patents, copyright, software आदि.

2. चालू संपत्तियां ( Current assests) क्या है?

Basic terms of accounting in hindi में चालू संपत्तियां हमारी वो assets होते है जिनको हम फिर से विक्रय के लिए रखते है, इनको हम एक वर्ष के अंदर cash मे बदलने के लिए भी रखते है. इस asset को हम short lived और active assets भी कहते है.

जैसे :- माल के विक्रय के साथ – साथ प्राप्य बिलों की वसूली होती रहती है देनदार दुआरा थोड़े समय मे रोकर आते रहते है.

3. खराब सम्पतियाँ ( wasting assets )  क्या है ?

ये सम्पतियाँ वो assets होते है जिनका हम प्रयोग करके खत्म कर देते है जैसे – खाने से तेल निकाल कर अधिक लिख अर्जित करना लेकिन समय  के अनुसार इनके मूल्य में परिवर्तन होता है।  जो की नुक्सान का कारण बन सकता है , ख्रराब सम्पति हम इन्ही assets को कहते है जिनका मूल्य समय के अनुसार कम होता  रहता है।

दायित्व ( Liability ) क्या है ?

यह वो राशि होती है , जिसको व्यवासय में अन्य पक्षों ( स्वामी को छोड़कर )  को देनी होती है , दायित्व कहलाती है। दायित्व को हम दायित्व = सम्पतियाँ -पूँजी द्वारा भी समझ सकते है।

दायित्व types in hindi 

  1. गैर -चालू दायित्व ( non – current liabilities ) Basic terms of accounting in hindi
  2. चालू दायित्व ( Current liabilities )

गैर -चालू दायित्व ( non – current liabilities )  क्या है ?

ये वो दायित्व होते है जिनका भुगतान लम्बे समय ( एक वर्ष से अधिक ) के बाद करनी होती है , गैर चालू दायित्व कहलाती है। जैसे :- long term loans ,debentures आदि।

चालू दायित्व ( current liabilities )  क्या होता है ?

ये ऐसे दायित्व होते है जिनका भुगतान जल्द भविष्य ( एक वर्ष के अंदर )  में ही करना होता है , current liabilities कहलाती है। जैसे :- bank overdraft , bills payable , outstanding expenses , creditors ,short term loans आदि।

पूँजी ( capital ) क्या है ?

वह धन जो किसी व्यवसाय को चलने के लिए स्वामी द्वारा लगाया गया है पूंजी कहलाता है , इस पूँजी के द्वारा ही व्यवासय में कच्चा माल , मशीन आदि को खरीदा जाता है।  पूंजी की राशि को calculate करने के लिए हम व्यवसाय की सभी चालू स्थाई सम्पतियो को जोड़कर सभी देनदार को घटा देते है।

पूँजी = सम्पतियाँ – देनदारियाँ

व्यय ( Expenses ) क्या है ?

किसी माल और सेवाओं को बनाने और विक्रय करने में जो लागत आती है उसे व्यय कहते है।

व्यय के अंदर हम इन सभी मतों को शामिल करते है।

  1. किराया , वेतन , कमीशन , विज्ञापन व्यय आदि
  2. विक्रय की गए माल ( goods ) की लागत।
  3. समय के अनुसार व्यवासय में प्रयोग की जानी वाली machine में लागत में कमी आने के व्यय को भी शामिल किया जाता है।

आय ( Income ) क्या है ?

आगम में से व्यय को घटाकर जो राशि बचती है उसको आय कहते है , माल को विक्रय करने से जो राशि प्राप्त होती है उसको आगम ( revenue ) कहते है और बचे हुए माल की लगत को व्यय कहते है।

Basic terms of accounting in hindi में Example :- जैसे की कुल विक्रय 3,00,000 है और विक्रय किये गए कुल माल की लागत 2,00,000 है , तो 3,00,000 को आगम कहा जायेगा 2,00,000 को व्यय कहा जायेगा और शेष  1,00,000 को आय कहा जायेगा।  आय ( Income ) = आगम ( Revenue ) – व्यय ( Expenses )

खर्च ( Expenditure ) क्या है ?

व्यवसाय में लाभ प्राप्त करने के लिए किया जाने वाला कोई भी भुगतान खर्च कहलाता है , इसके अतिरिक्त संपत्ति , सेवाएं माल प्राप्त करने के लिए किया जाना वाला कोई भी भुगतान खर्च कहलाता है।

खर्च को दो भागो में बांटा जा सकता है।

  1. पूंजीगत खर्च ( Capital Expenditure )
  2. आयगत खर्च ( Revenue Expenditure )

पूँजीगत खर्च  ( capital expenditure ) क्या है ?

ऐसा खर्च जो किसी स्थायी सम्पति की खरीदने और उसके मूल्य वृद्धि करने में किया जाता है पूँजीगत खर्च कहलाता है।

आयगत ख़र्च ( Revenue Expenditure ) क्या है ?

ये ऐसा खर्च होता है जिसका सम्पूर्ण लाभ एक लेखांकन अवधि में प्राप्त हो जाता है , आयगत खर्च कहलाता है।

आगम ( Revenue ) क्या है ?

किसी भी स्त्रोत द्वारा प्राप्त होनी वाली ऐसी आय है , जो की नियमित रूप से आती रहती है , इसके अंदर माल के विक्रय से प्राप्त होने वाली राशि को भी शामिल किया जाता है।

व्यापारिक प्रापय ( Trade Receivables )  क्या है ?

किसी व्यवसाय में कम्पनी में माल और सेवाएं में आदान प्रदान चलता रहता है , इस कारन trade receivables वो राशि है जो की कंपनी के संचालन में क्रय विक्रय आदि में प्राप्य ( Receivables ) होते है। इसके अंदर देनदार और bills receivables को शामिल किया जाता है।

व्यापारिक देयताएं ( Trade Payables ) क्या है ?

trade payables वो राशि होती है जो की व्यवसाय में व्यवसियक क्रियाओ में माल के क्रय और विक्रय में सम्बन्ध में जो राशि दी जाती है उससे सम्बंधित है , इसके अंदर लेनदार और bills payables को शामिल किया जाता है।

माल ( Goods ) क्या है ? 

goods ( माल ) वो सभी वस्तु है जिनका प्रयोग व्यवासय में विक्रय के लिए किया जाता है और क्रय किये जाने वाले माल द्वारा अन्य product बनाकर विक्रय के लिए तैयार किया जाता है :- जैसे की कोई कंपनी कुर्सी , furniture आदि बनाने का काम करती इसके लिए सबसे पहले कंपनी को कच्चा माल की जररूत होगी इसके लिए ओर क्रय करेगा , और इस फर्नीचर मालिक के अनुसार वो इसको माल कहेगा लेकिन व्यवासय में आने के बाद ये furniture संपत्ति कहलाएगी। Basic terms of accounting in hindi

लागत ( Cost ) क्या है ?

लागत वह व्यय है जो की किसी एक निश्चित वस्तु को पर या उसके क्रिया पर की जाती है , या किसी वस्तु और सेवाओं को प्राप्त करने के बाद जो जो इसकी राशि दी जाती है लागत कहलाती है। ये मुद्रा के रूप में भी हो सकते और अन्य साधन के रूप में भी।

लाभ ( Gain ) क्या है ?

व्यवसाय में होने वाले लेन -देन के द्वारा होने वाले प्राप्त मौद्रिक लाभ से है , जैसे किसी सम्पति के विक्रय से होने वाला लाभ न्यायालय में चल रहे किसी मुकदमे में होने वाली जीत , या किसी भवन को क्रय मूल्य से ज्यादा में विक्रय करना  आदि।

स्टॉक , रहतिया या स्कन्ध ( stock or inventory ) क्या है ?

रहतिया वो goods होते है जो की वित्तीय वर्ष में बिकने से रह जाते है , और इस कारण इस stock को दो भागो में बाँटा गया है , जब company  द्वारा जिस वर्ष के खाते बनाये जा रहे है उसके प्रारम्भ में इस रहतियो को हम opening stock में दिखा देते है और वर्ष के अंत में इसको हम closing stock दिखाते है।

रहतिये के प्रकार ( types of stock ) Basic terms of accounting in hindi

  1. कच्चे माल का  stock
  2. चालू कार्य ( work in progress )
  3. पूर्ण निर्मित माल का रहतिया

कच्चे माल का stock क्या है ?

इसमें उस stock को रखा जाता है जिसका क्रय किसी तैयार माल को बनाने के लिए किया गया हो लेकिन अभी तक इसका प्रयोग नहीं किया गया हो , जैसे स्टील निर्माता कंपनी द्वारा कच्चे माल के रूप में रखा गया अभ्रक , कार्बन आदि।

चालू कार्य stock क्या है ?

इसमें वो सभी माल को सम्मिलित किया जाता है , जिनका निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है यानी इसको पूरा  तैयार होने में अभी समय लगेगा। और इसमें प्रयोग होने वाली जैसे कच्चे माल की लागत , श्रम , पूँजी , ईंधन , आदि सभी को जोड़ा जाता है। Basic terms of accounting in hindi

पूर्ण निर्मित माल का रहतिया क्या है ?

वित्तीय वर्ष के आंत में जो तैयार माल बन जाता है और बिक नहीं पता है वो पूर्ण निर्मित माल या रहतिया कहलाता है।

क्रय ( Purchases ) क्या है ?

व्यवसाय में प्रयोग की जाने वाली वह सभी माल जिनका प्रयोग व्यापार करने के लिए ख़रीदा जाता है , मुखता कंपनी में सबसे पहले कच्चे माल खरीदा जाता है , और माल को हम पुनः खरीदते है और बेकते रहते है।

Basic terms of accounting in hindi में क्रय शब्द में माल का cash purchases और credit purchases दोनों को सम्मिलित किया जाता है।

विक्रय ( Sales ) क्या है ?

विक्रय यानी किसी माल और सेवा का एक निश्चित मूल्य पर दी जानी वाली ownership है , या जो माल विक्रय के लिए खरीदा जाता है उसको ही हम विक्रय कह सकते है।

विक्रय शब्द में माल की cash sales और credit sales दोनों को शामिल किया जाता है।

हानि ( Loss ) क्या है ?

व्यवसाय में किसी कारण से हुए  नुक्सान  है , इसमें दो मदो को शामिल किया जाता है , इसमें व्यवसाय के व्ययों के आगम को सूचित किया जाता है , दूसरा मद कोई ऐसा निर्णय जिससे कंपनी को कोई लाभ प्राप्त नहीं होता।  और company में होने वाले कई नुक्सान है जैसे :- चोरी होना , आग लगना , प्रकृतिक दुर्घटना होना।

लाभ ( Profit ) क्या है ?

लाभ किसी व्यवासिक संथा के एक वित्तीय वर्ष कुल व्ययों पर कुल आयामों के difference से है। Basic terms of accounting in hindi

प्रमाणक ( voucher ) क्या है ?

प्रमाणक एक प्रपत्र है , जिसके द्वारा व्यवासिक लेन -देनो को सबसे पहले लेखांकन पुस्तकों में लेखकित किया जाता है , और इसमें प्रत्येक लेन -देनो के लिए अलग -अलग एक प्रमाणक तैयार किया जाता है , इससे ये स्पश्ट होता है कौन सा खाता डेबिट किया जाना है और कौन सा क्रेडिट किया जाना है। Basic terms of accounting in hindi

कटौती ( Discount ) क्या है ?

ये वो छूट है जो एक विक्रेता द्वारा क्रेता को दी जाती है।

ये दो प्रकार की होती है।

  1. व्यपारिक छूट ( Trade discount )
  2. नकद छूट ( Cash discount )

व्यापारिक छूट ( Trade discount ) क्या है ?

जब विक्रेता द्वारा ग्राहकों को माल के list price पर एक निश्चित प्रतिशत से छूट दी जाती है तो इसको व्यापारिक छूट कहते है , और छूट की लेखा पुस्तकों में कोई entry नहीं की जाती , और इसके कैस मेमो में ही कुल मूल्य में से घटा दिया जाता है।

नकद छूट ( Cash discount ) क्या है ?

जब ग्राहकों को निश्चित समय पर भुगतान  करने के लिए छूट दी जाती है तो इसको नकद छूट कहते है।

व्यापारिक लेन -देन ( Business Transaction ) क्या है ?

ये एक आर्थिक क्रिया है को की व्यवासय की वित्तीय स्थिति में परिवर्तन का कारण बनती है , इसके वजह से जब कभी कोई लेन -देन होता है तो कुछ सम्पतियाँ , पूँजी और दायित्व में परिवर्तन आ जाते है। Basic terms of accounting in hindi

व्यापारिक लेन -देन की विशेषताएं 

  1. लेन -देनो को दो भागो में बांटा गया है एक internal और एक external .
  2. इससे द्वारा व्यवासय की वित्तीय स्थिति में परिवर्तन होता है।
  3. ये है आर्थिक क्रिया है।
  4. इसको मुद्रा के रूप में नहीं मापा जा सकता।

घटना ( event ) क्या है ?

किसी लेन -देन का निष्कर्ष और परिणाम को घटना कहते है।  जैसे किसी लेन -देन को सभी entry को दिखाना।

आहरण ( Drawing ) क्या है ?

व्य्वसाय के मालिक द्वारा अपने निजी कार्य के लिए firm से निकाली गयी राशि को drawing कहते है।

प्रविष्टि ( Entry ) क्या है ?

लेखा -पुस्तक में जब किसी लेन -देनो का लेखा किया जाता है , तो ये  entry कहलाता है।

डूबत ऋण ( Bad debts ) क्या है ?

यह वो राशि होती है जो अभी देनदार से प्राप्त नहीं हुई होती है , और इसके प्राप्त होने की सम्भवना भी समाप्त हो जाती है , इस कारण इसको लाभ -हानि खाते में डेबिट कर दिया जाता है। Basic terms of accounting in hindi

दिवालिया ( Insolvent ) क्या है ?

कोई व्यक्ति या organization जो की ऋण चुकाने की के काबिल नहीं होता दिवालिया कहलाता है।

सक्षम ( Solvent ) क्या है ?

वो व्यक्ति और organization जो की ऋण चुकाने के काबिल होता है solvent कहलाता है।

स्टोर ( Stores ) क्या है ?

व्यवसाय में स्टोर से ये अभिप्राय है की जो एक संस्था द्वारा पुन्ना विक्रय के लिए नहीं होता , इनका प्रयोग संस्था अपने निजी प्रयोग के लिए करता है , जैसे :- oil , packaging goods , ग्रीस आदि।

इकाई ( Entity ) क्या है ?

ये एक ऐसी इकाई है जिसकी स्थापना सेवा प्रदान करने के लिए और माल का विक्रय करके लाभ अर्जित से है।

Turnover क्या है ?

किसी विशेष समय में की गई कुल बिक्री को turnover कहते है। Basic terms of accounting in hindi

Live stock  पशुधन क्या है ?

पालतू पशु को पशुधन कहते है।

विनियोग ( Investments ) क्या है ?

लाभ अर्जित करने के लिए कंपनियों के shares को और ऋणपत्रो में लगाने से है।

उम्मीद है आपको Basic terms of accounting in hindi में सभी definition सही तरह समझ आ गयी होगी , यदि आपका कोई सुझाव है तो हमे comment करे हम आपके हर तरह के question का answer देने के लिए यहाँ हमेशा उपस्थित है। Techkaushal

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